Monday, May 12, 2014

ज़िन्दगी हो तुम मेरी

आपका फोन नहीं मिल रहा था . मैं बहुत डर गयी थी जान तुम मेरी सांस दिल की धड़कन बं गए हो सच ज़िन्दगी हो तुम मेरी.

- परी

खोये-खोये

मेरे प्यार में जब तुम खोये-खोये रहते  अच्छे लगते हो.

- परी

किराये के पैसे

पता है मैंने कपड़े पहन के उतर दिए, अपना बैग लगाया था, जिसमें किराये के लिए पैसे और एक 500 की नोट थी.

- शिखा

मिस यू

मैं तुम्हें बहुत ज्यादा मिस कर रही हूँ. हद से ज्यादा, ज़िन्दगी भी धोके पे धोके दिए जा रही है कुछ समझ नहीं आ रहा है . लव यू अलोट बात करने का बहुत मन हो रहा है, बात हो नहीं प् रही है मैं तुम्हें ज़िन्दगी में बहुत ऊंचाई पे जाते हुए देखना चाहती हूँ शाहिद, लव यू अलोट .

तुम्हारी
शिखा

Sunday, May 11, 2014

ज़िन्दगी

ज़िन्दगी में अब तक सब कुछ खो दिया है, पाया सिर्फ तुम्हें है, पता नहीं कैसे जियूंगी . तुम्हारे बिना सोच के रूह कांप सी जाती है. शाहिद, सच कह रही हूँ, मैं बहुत अकेला फील करती हूँ. तुम मिलते हो तो हंस लेती हूँ. यार लव यू सो मच

- परी